Contents
अटल बिहारी वाजपेयी हिंदी विश्वविद्यालय, भोपाल के वेबस्थल पर आपका हार्दिक अभिनंदन। ज्ञान-विज्ञान के सभी क्षेत्रों में शिक्षण, प्रशिक्षण एवं शोध को हिंदी माध्यम से बढ़ाने हेतु 19 दिसंबर, 2011 को मध्यप्रदेश शासन ने इस विश्वविद्यायल की स्थापना की है।
इस विश्वविद्यालय का उद्देश्य ऐसी युवा पीढ़ी का निर्माण करना है जो समग्र व्यक्तित्व विकास के साथ रोजगार कौशल और चारित्रिक दृष्टि से विश्वस्तरीय हो। विश्वविद्यालय ऐसी शैक्षिक व्यवस्था का सृजन करना चाहता है जो भारतीय ज्ञान तथा आधुनिक ज्ञान में समन्वय करते हुए छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों में ऐसी सोच विकसित कर सके जो भारत केन्द्रित होकर संपूर्ण सृष्टि के कल्याण को प्राथमिकता दे।
ऐसे विश्वविद्यालय का शिलान्यास 6 जून 2013 को भारत के राष्ट्रपति माननीय श्री प्रणव मुखर्जी के कर-कमलों से ग्राम मुगालिया कोट की 50 एकड़ भूमि पर हो गया है। शिक्षा सत्र 2012-13 में 60 विद्यार्थियों से प्रारंभ होकर इस विश्वविद्यालय में सत्र 2017-18 में लगभग 442 विद्यार्थियों ने अध्ययन हेतु प्रवेश लिया है। अब तक 18 संकायों में 231 से अधिक पाठ्यक्रमों का हिंदी में निर्माण कर लिया गया है। विश्वविद्यालय में प्रत्येक छात्र को हिंदी भाषा के साथ-साथ एक विदेशी भाषा, एक प्रांतीय भाषा एवं संगणक प्रशिक्षण की सुविधा अंशकालीन प्रमाण-पत्र कार्यक्रम के माध्यम से उपलब्ध है। सभी पाठ्यक्रमों में आधुनिक ज्ञान के साथ उस विषय में भारतीय योगदान की जानकारी भी दी जाती है तथा संबंधित विषय में मूल्य आधारित व्यावसायिकता के साथ स्वरोजगार की अवधारणा के संवर्धन पर जोर दिया जाता है।
Scholarships are grant-in-aid to a student who wants to pursue education at Atal Bihari Vajpayee Hindi Vishwavidyalaya (ABVHV), Bhopal